गले के रोगो से बचने के उपाय
आज हम चर्चा करेंगे गले के रोगो की। जब कभी हमारा शरीर मौसम के अनुसार खुद को एड्जस्ट नहीं कर पाता या हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, तो शुरुआत अक्सर गले से ही होती है। चलिए गले के रोगो से बचने के कुछ सरल व घरेलू उपायो की चर्चा करेंगे। ---
- गले की कितनी भी ख़राब से खराब बीमारी हो कोई भी इन्फ़ेक्सन हो इसकी अच्छी दवा हल्दी है। कच्ची हल्दी या सबूत हल्दी का टुकड़ा मुँह में रख कर चूसने से खासी तथा गले के रोग ठीक हो जाते है। खासी कितनी भी तेज हो बस हल्दी के कुछ टुकड़े रख ले, दिन मे चार पांच टुकड़े चूसे ज्यादा से ज्यादा २ दिन में ही किसी भी तरह की खांसी हो ठीक हो जाएगी। गले मे इन्फ़ेक्सन होने के कारण ही खाँसी या गले में दर्द आदि रोग होते है और हल्दी इंफेक्सन को दूर करती है। छोटे बच्चो को खांसी टॉन्सिल या गले मे दर्द होने पर कच्ची हल्दी का रस निकाल कर गले मे डाल दे कुछ देर तक पानी ना पीने दे ,दिन में तीन या चार बार ऎसा करे अवश्य लाभ होगा।
- आंवले के चूर्ण को ताजे तुरंत निकले हुए दूध के साथ लेने से गला खुल जाता है।
- अनार का रस गरम कर के पीने से भी खांसी में आराम होता है।
- अदरक का रस व शहद का रस बराबर मात्र में मिलाकर दिन में ३ या चार बार ले ले दो या तीन दिन में खासी खत्म हो जायेगी।
- काली खांसी होने पर हल्दी की एक गाँठ भून कर उसे पीस कर एक चुटकी इस हल्दी को इतने ही शहद में मिलाकर कुछ दिन तीन टाइम लगातार लेने से ठीक खांसी हो जाती है।
- आधा चम्मच नमक ले कर पानी में उबाले गुनगुना हो जाने पर एक चुटकी फिटकरी मिलाकर सुबह - शाम गरारे करे बहुत जल्दी लाभ होगा।
- 2 गिलास पानी में १ चम्मच अजवाइन डालकर इतना उबाले की वह आधा रह जाये , अब गुनगुना कर के इस पानी से गरारे करने पर गले के रोग व सूजन कम होती है।
- एक टुकड़ा मुलेठी, २ या तीन कालीमिर्च तथा का टुकड़ा खांड मिस्री एक साथ मुँह में रख कर चूसे। खांसी दूर होगी तथा रोज चूसने से आवाज भी मधुर हो जाती है।
- गले में दर्द ,खराश या काँटे की सी चुभन महसूस होती हो तो खाने का नमक आधा चम्मच , खाने वाला सोडा आधा चम्मच ,पीसी हल्दी आधा चम्मच व एक चुटकी पीसी हुई फिटकरी को एक ग्लास गुनगुने पानी में घोल कर सुबह दोपहर शाम व्र रात को चार टाइम गरारे करने से दो या तीन दिन में ही गला ठीक हो जाएगा।
- छोटे बच्चे जो गरारे नहीं कर पाते है उन्हें नीबू चूसने को दे दिन में कई बार नीबू [ बिना नमक के ] चूसने से गले के रोग व टॉन्सिल आदि तीन या चार दिन में ठीक हो जायेंगे।
- अगर बार बार टॉन्सिल होते हो तो अन्नानास के टुकड़े पर नीबू का रस लगाकर खाए धीरे - धीरे टॉन्सिल होने बंद हो जायेंगे।
- शहद गले की सूजन को कम कर देता है , एक दिन में ५ या ६ बार एक - एक चम्मच शहद लेने से दो या तीन दिन में ही गले का दर्द , लाली और सूजन सब खत्म हो जाती है। ऐसा करने से यदि मुँह में छाले हो तो वह भी ठीक हो जाते है।
- एक गिलास गरम पानी में २ चम्मच शहद घोलकर घूट - घूट कर पीये , दिन में कई बार इसे ले २ दिन में ही गला ठीक हो जायेगा।
- प्याज का रस शहद के साथ मिलाकर दिन में चार टाइम ले। गला तो ठीक होगा ही इससे आवाज भी मधुर हो जाएगी।
- गले के घाव या दाने ठीक करने के लिए भी प्याज के रस को नीबू के रस के साथ मिलाकर पीये।
- यदि गले में जलन हो , तो प्याज के टुकडे दही व मिश्री के साथ खाएं। इससे गले की सूजन तथा काटे की सी चुभन भी खत्म हो जाएगी।
- लोंग को भून ले तथा चूसे ।
- भ्रस्तिका प्राणायाम ( लम्बी साँसे लेना व छोड़ना ) तथा उज्जायी प्राणायाम करे।
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