रविवार, 29 मार्च 2015
रविवार, 22 मार्च 2015
सिर दर्द के लिए घरेलू उपाय
हम आज जिस तरह की लाइफ स्टाइल जी रहे है , उसमें सिर दर्द होना आम बात है। टेंशन , दौड़ भाग , अनियमित जीवन शैली भी सिर दर्द की जन्म दाता है। प्रायः देखा गया है की प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में एक बार सिर दर्द सामना करना ही पड़ता। है सिर दर्द कोई रोग नहीं बल्कि रोग का लक्षण है। सिर दर्द बार - बार ना हो इसके लिए नियमित जीवन शैली अपनाना आवश्यक है। उचित खानपान, योग तथा एक्सरसाइज़ को अपने जीवन में महत्व देकर हम सिर दर्द से बच सकते हैं। सिर दर्द भी कई प्रकार का होता है इसके लिए घरेलू उपाय भी काफी लाभदायक रहते है। ऐसी स्थिति में जबकि कोई गम्भीर समस्या ना हो , तो घरेलू उपाय ही अधिक लाभप्रद रहते है। कुछ घरेलू उपाय सिर दर्द से बचने के लिए। जो सहज सुलभ और सरल है।
सामान्य सिर दर्द
- सर्व प्रथम तो हम कोशिश करे की हमारी दिनचर्या नियमित हो , रात्रि में जल्दी सोने व सुबह जल्दी उठने की आदत को हम अपनी दिनचर्या में शामिल करें तो सिरदर्द से आप बचे ही रहेंगे।
- कोशिश करें कब्ज की शिकायत न हो जो सिर दर्द का प्रमुख कारण है।
- 5 ०० मिली ग्राम त्रिफला चूर्ण तथा 1 ग्राम मिश्री रात को सोने से पूर्व गरम पानी के साथ लेलें।
- नीबू के छिलको को पीस कर सिर पर लेप करने से सिर दर्द दूर हो जाता है।
- दाल चीनी को पीस कर पेस्ट बनाकर सिर पर लेप लगाऐं , शीघ्र आराम मिलेगा।
- चन्दन का लेप माथे पर लगाऐं , माथे के बीचो बीच जहां पर बिंदी लगाते है लेप के साथ कुछ देर एक्यूप्रेशर करें।
- यदि गर्मी के कारण सिर दर्द हो तो लोकी के बीजो को पीस कर माथे पर लेप करे।
- तुलसी की पत्तिया काली मिर्च के साथ मिलाकर खाने से लाभ होगा।
- उड़द के आटे की रोटी बना कर 3 घंटे तक सिर में बांधकर रखने से गैस्टिक कारण होने वाले सिर दर्द में लाभ होता है।
- आधा चम्मच नीबू का रस आधा चम्मच अदरक का रस व थोड़ा सैंधा नमक मिलाकर इसे सूंघने से सिर सर्द दूर होता है।
- यदि सर्दी लगने से सिर में दर्द हो तो तुलसी, लौंग , काली मिर्च और अदरक की चाय पिएं। और केसर, सोंठ बालछड़ व गाय का घी मिलाकर सिर की मालिश करें।
- तुलसी के 22 पत्ते तथा 22 गोल मिर्च पीस कर मिक्स कर लें , इस मिक्सचर को सूंघने से सिरदर्द ठीक होता है।
- बादाम के तेल में केसर मिलाकर रख ले इसे दिन में कई बार सूँघे , आराम होगा।
- सिर दर्द होने पर बोगन बीलिया के ताजे फूलों को तोड़कर अपने तकिये के नीचे रख दें , और तकिये पर सर रख कर सो जाएँ सिर दर्द दूर हो जाएगा। ये एक आसान सा उपाय है।
-
पान में दर्द नाशक गुण पाये जाते हैं। सिर दर्द होने पर हरा पानचबाएं , बिना कत्थे का चूने वाला पान ले सकते हैं अवश्य लाभ होगा।
- सर दर्द शुरू होते ही एक कप पीपरमेंट की चाय पी लें ,पीपरमेंट में मांसपेशियों की जकड़न दूर करने के गुण पाये जाते है जिससे सिर दर्द में तुरंत लाभ होता है।
- किसी भी प्रकार का सिर दर्द हो अपनी छोटी अंगुली के बगल वाली अनामिका अंगुली के टौप वाले भाग को कम से कम पांच मिनट तक दबा कर एक्यूप्रेशर करें। इसका समय बढ़ा भी सकते है। इसके कोई साइड इफेक्ट तो है नहीं।
- भ्रस्तिका प्राणायाम कम से कम पांच मिनट या उससे ज्यादा करें। अनुलोम विलोम प्राणायाम कम से कम १5 मिनट खाली पेट करें। अवश्य तुरन्त लाभ होगा।
माइग्रेन या आधा शीशी दर्द
- जब सिर दर्द हो दोनों नाक के अंदर शुद्ध शहद की एक एक बूँद टपकाए व उसे सांस द्वारा खींच कर सूंघें, आराम मिलेगा।
- माइग्रेन में शहद का सेवन भी बहुत लाभकारी है। भोजन के बाद नित्य 2चम्मच शहद का सेवन करना लाभकारी है।
- गाय का ताजा घी थोड़ा सा लेकर उसमे नमक मिला दें , इसे दिन में 3 या चार बार सूँघे। कुछ दिन तक इसे लगातार करें।
- 10 ग्राम काली मिर्च चबाकर २० ग्राम के करीब गाय का घी पी लेने से माइग्रेन में काफी लाभ होता है
- माइग्रेन होने पर देशी घीं व चीनी से बनी बनी जलेबी को रात को काँच के बर्तन में दूध में भिगाकर रख दें तथा सुबह खा लें। कुछ दिन ये प्रयोग करें।
- 10 ग्राम करीब बूरा एक गिलास पानी में घोल कर सुबह सूर्योदय से पहले पी ले , अवश्य लाभ होगा। कुछ दिन लगातार इसे करें। डायबिटीज़ के रोगी इसे ना करें।
- माइग्रेन होने पर पका हुआ अमरुद रोज खाएं और कच्चा अमरुद घिस कर माथे पर लगाएं।
- हरड , बहेड़ा ,आंवला , हल्दी ,नीम की छाल तथा गिलोय को बराबर मात्रा में ले कर आधा लीटर पानी के साथ पकाएं जब आधा रह जाये तो छान लें। 5 -5 ग्राम की मात्रा सुबह व शाम को गुड या चीनी मिला कर खाएं , ये प्रक्रिया लगातार करें। सिरदर्द की ये रामबाण दवा है।
- गाजर की पत्तियों का रस बार बार सूंघने से माइग्रेन में लाभ होता है।
- गाजर को पानी में घिस कर माथे पर लेप लगाने से दर्द में आराम होता है।
- 1 ग्राम काला जीरा व 3 ग्राम सैंधा नमक मिलाकर सूंघने से सिर दर्द कम होता है।
- पीली मिट्टी जिसे चिकनी मिट्टी भी बोलते है उसे रात को पानी डाल के काँच या चीनी मिट्टी के बर्तन में भीगा दें ,सुबह पानी निथार के उस पानी को सूंघ ले। लगातार यही रोज करे। अवश्य लाभ होगा।
- किसी भी प्रकार के सिर दर्द में मेधा वटी की 2 -2 गोली सुबह व शाम को गाय के दूध के साथ लें। लाभ होने तक ये प्रयोग जारी रखें।
- भ्रस्त्रिका , कपालभाति , उज्जायी , अनुलोम - विलोम , भ्रामरी ,उदगीत व ध्यान ये सातों प्राणायाम नित्य करने से माइग्रेन जैसी लाइलाज बीमारी भी जड़ से समाप्त हो जाती है।
नोट --- आयुर्वेदिक व घरेलू वस्तुओ से साइड इफेक्ट न के बराबर होते है फिर भी कोई चीज आपको सूट न करती हो तो उसका उपयोग न करें।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)