रविवार, 15 फ़रवरी 2015

किचन क्लीनिक द्वारा रोग दूर करने के कुछ सरल सहज उपाय!



                                                                                                                                             भौतिक सुखो की लालसा ने हमें आराम ,सुख - सुविधाये  तो दी ही ,पर अनेक रोग भी दे दिए है। आय के स्रोत सीमित हो तो घर का बजट बिगड़ जाता है। आर्थिक स्थिति ठीक होने पर भी एलोपैथिक दवाइयों के साइड इफेक्ट हमें और अधिक बीमार बना डालते है। कोई आपसे कहे की छोटी मोटी  बीमारियो का इलाज तो आपकी किचन में ही रखा है तो आप चोंके  बिना नहीं रहेंगे,  पर जी हाँ. ये सत्य है,और सरल - सहज भी है। उत्तम स्वस्थ बनाये रखने के लिए घरेलू चिकित्सा एक वरदान है। आइये चर्चा करते है किचन क्लीनिक में बैठे घरेलू  बैद्य  की  -----        

अजवाइन







  1. खाना खाने के बाद यदि सीने में जलन होती हो तो एक बादाम के साथ एक चुटकी अजवाइन चबा कर खाए। 
  2. अजवाइन को भून कर पतले कपडे में बांध कर सूघने से बंद नाक खुल जाती है। 
  3. अजवाइन खाकर गरम पानी पीने से खासी ठीक हो जाती है। पान में अजवाइन डालकर खाने से रात को होने वाली खासी बंद हो जाती है। एक दिन में  तीन बार लें।
  4. दूध पीने पर यदि गैस  बनती हो तो दूध पीने के बाद थोड़ी अजवाइन की फंकी ले लें।                                                                    

इलाइची







  1. भोजन के बाद इलाइची लेने से भोजन सरलता से पच जाता है।
  2. केला यदि न पचता हो तो उसके बाद एक इलाइची खा लें।
  3.  पेट दर्द में दो  छोटी इलाइची पीस कर शहद में मिला कर चाटने से लाभ होता है। 
  4.  इलाइची मुंह  की दुर्गन्ध दूर कर मुंह के स्वाद को अच्छा  बनाये रखती है।

शहद 








  1. शहद हल्का होता है व पेट  में पहुंचते ही रक्त में मिल जाता है।
  2. शहद को जिसके साथ लिया जाये उसी के   गुण प्राप्त कर लेता है ठण्ड लग रही  हो तो   गरम  [गुनगुना ]  पानी  से और गर्मी लगने पर ठन्डे पानी से लें।
  3. चोट लगने  व  घाव होने पर शहद लगाये , घाव जल्दी भरेगा तथा निशान भी नहीं पड़ेगा। 
  4. यदि शरीर में आइरन की कमी है तो शहद लें।
  5. मोटापा काम करने के लिए गुनगुने पानी में शहद   लें तथा  मोटापा बढाने के लिए दूध मे रोज शहद डालकर पीयें।

हल्दी  







  1. चोट या खरोच लगने पर सरसों  के तेल में हल्दी मिलकर लगाने से लाभ होता है। 
  2. अंदरूनी गुम चोट लगने पर  गरम दूध में हल्दी मिलाकर लें।
  3. चोट लगने पर रक्त बंद ना हो रहा हो तो हल्दी का चूर्ण बुरक दें।
  4. दूध में हल्दी मिलाकर पीने से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है व सर्दी  जुकाम खांसी जैसे रोग मिट जाते है।
  5. चेहरे पर बेसन मलाई नीबू व हल्दी का उबटन लगाने से चेहरा बेदाग व सुन्दर हो जाता है।                                                                                                                         

सौंफ

  1.  सौंफ का रोज सेवन करने से  चक्कर आना ,पाचन की गड़बड़ी ,मस्तिष्क  की  कमजोरी ,उलटी ,जलन  ठीक होती है, तथा पेट सम्बंधित रोग नहीं होते। 
  2. सोंफ को बारीक पीसकर शहद में मिलाकर  सूजन व दर्द  में लगाने से   लाभ होता है। 
  3. हाथ पैरो में जलन होने पर सोंफ ,धनिया व मिश्री को पीस कर सामान मात्रा  में मिलाकर 5 -5  ग्राम दो बार सेवन करने से लाभ मिलता है।
  4. 10  से १५ ग्राम सोंफ  रोज  सुबह व शाम को  चबा कर  खाने से रंग गोरा होता है व शरीर  के रक्त विकार दूर होते है।                                                 

धनिया







  1. धनिये को रात को पानी में  भीगाकर सुबह उसे मसलकर उसके पानी में मिस्री मिलाकर पीने से पेट की जलन व गर्मी दूर होती है।
  2. धनिये के दो से चार चम्मच काढ़े में मिस्री मिलाकर पीने से उलटी व चक्कर आने में लाभ होता है खासकर गर्भवती महिलाओ की उलटी में लाभ होता है। सूखे पिसे  धनिया  एक चम्मच  एक कप पानी में  मिलाकर पकाये,एक चौथाई रह जाने तक। काढ़ा तैयार है।
  3. नींद कम आने पर हरे धनिये  को पीस कर उसमे चीनी व पानी मिलाकर  पीये नींद अच्छी आएगी।  आँखों  के आगे  अन्धेरा छा जाना  व चक्कर आना  भी दूर हो जाएगा। 

घी

  1. रात को सोने से पहले चेहरे पर शुद्ध गाय  का घी मलकर सोये कुछ ही दिनों में काले  दाग व चोट के दाग मिट जाएंगे।
  2. घी  में  थोड़ा सा नमक मिलाकर  होठो में व नाभि में लगाने  से फटे होठ ठीक हो जाते है। 
  3. नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिए गाय  का ताजा  घी  मिस्री मिलाकर खाए।
  4. सिर दर्द रहने पर रात को सोने से पहले रोज देशी घी से पैर के तलवो की मालिश कर सोये।  लाभ होगा। 
  5. शरीर में कही भी जल जाने पर या मुंह में छाले हो जाने पर गाय का घी लगाए।जले स्थान पर फफोले नहीं पडेंगे।      





  

                              


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