मंगलवार, 2 मार्च 2010

स्वप्न(सपना)

हम स्वप्न देखते हैं;परन्तु उनमें छुपे अर्थो को हम खोल नही पाते यदि यह समझ में आ जाये तो स्वप्नो का संसार और भी अद्भुत हो जायेगा ! स्वप्न संसार बडा ही विचित्र व रहस्यमय विजान है;यह एक ऐसी अबूझ पहेली है जिसे जितना सुलझाते हैं उलझती ही चली जाती है !आये दिन स्वप्न का मर्म समझ में आ जाने पर कुछ विशिष्ट साधनाओं द्वारा अशुभ स्वप्नफल का निराकरण किया जा सकता है !वस्तुत: यह हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है; परन्तु इससे हम अनजान हैं! ऋषियो ने स्वप्न पर व्यापक अनुसंधान किया है जिसके अनुसार स्वप्न तीन प्रकार के होते हैं-
१-दैनिक कार्यो की सूचना देने वाले;
२-शुभ फलदायी स्वप्न,
३-अशुभ फलदायी स्वप्न,
रात्रि के प्रथम प्रहर अर्थात नींद लगने पर तुरन्त स्वप्न देख्नने पर उसकी फल अवधि एक वर्ष होती है!
दूसरे प्रहर में देखा फल ६ महीने में फलित होता है!
उषाकाल में देखा स्वप्न तुरन्त फल देने वाला होता है!
शुभ एवं अशुभ स्वप्नों के कुछ फल जो आचार्यों द्वारा बताये गये हैं वह निम्न हैं---

शुभ स्वप्न--

राज गुरु,ब्राह्मण व देव दर्शन,आभूषण युक्त स्त्री या सफेद वस्त्र युक्त स्त्री देखना !
श्वेत कमल,तालब, नदी,सफेद वस्तु (छाछ,रुइ, अस्थि,व नमक को छोडकर!
रक्त व पुष्प दर्शन, सफेद सर्प का काटना,गाय का ताजा दूध पीना, वीणा बजाना,
स्व मरण, स्व शरीर का छेदन, विजय प्राप्त होना,पान व कपूर का मिलना,
पर्वत पर चढना, समुंद्र में व नदी में तैरना,देव पूजा ,देव ध्वनि सुनना !
सूर्य,चन्द्र व इन्द्र-धनुष दर्शन आदि !

अशुभ स्वप्न----
लाल वस्त्र पहनना, नाच गाने से युक्त विवाहोत्सव देखना !
अपने शरीर में तेल मलना,सूखी नदी व सूखा पेड देखना, पित्र कार्य करना !
गधे मे बैठना,नदी मै डूबना या बहना,दीपक टिमटिमाता दिखायी देना,माला या हार टूटना !
पर्वत महल या ध्वजा गिरना, कीचड में फंसना,हाथ से दर्पण का गिरकर टूटना आदि !

स्वप्न फल
१.अनाज भरना ---------------------------------------------------------- धन लाभ
२.अंगूठी पाना ----------------------------------------------------------- परेशानी
३.आग देखना-------------------------------------------------------------- धन हानि
४.इमारत बनाना----------------------------------------------------------- लाभ
५.ऊंचाई से गिरना----------------------------------------------------------- अपमान
६.कुत्ते का काटना------------------------------------------------------------ शत्रु वृध्दि
७.गाय देख्नना----------------------------------------------------------------- परेशानी
८.घोडा देख्नना --------------------------------------------------------------- स्त्री लाभ
९.चित्र देख्नना ---------------------------------------------------------------- राजसम्मान
१०.चीखें मारना -------------------------------------------------------------- संकट
११.बन्दर देखना----------------------------------------------------------------- धन लाभ
१२.बादल देखना --------------------------------------------------------------- लाभ
१३.बारात देखना---------------------------------------------------------------- रोग
१४.बारिश देखना----------------------------------------------------------------- चिन्ता
१५.बिल्ली देखना --------------------------------------------------------------- तरक्की पाना
१६.आभूषण की चोरी ----------------------------------------------------------- सफ़र
१७.मन्दिर में जाना ----------------------------------------------------------- कार्य पूरा होना
१८.मदिरा पीना -------------------------------------------------------------- कष्ट पाना
१९.चांदी देखना -------------------------------------------------------------- धन पाना
२०.जहाज देखना --------------------------------------------------------------- राज्य लाभ
२१.जहाज पर चढना ------------------------------------------------------------ तबादला
२२.तख्त देखना --------------------------------------------------------------- उन्नति
२३.झाडू देखना ----------------------------------------------------------------- खर्च
२४.तख्त पर बैठना -------------------------------------------------------------- आदर पाना
२५.तालाब स्नान ----------------------------------------------------------------- इज्जत पाना
२६.दही खाना --------------------------------------------------------------------- यात्रा
२७.दूध पीना ---------------------------------------------------------------------खुशी पाना
२८.देव प्रतिमा देखना ---------------------------------------------------------------धन लाभ
२९.नदी स्नान ------------------------------------------------------------------- रोग दूर होना
३०.ऊंचाई पर चढना --------------------------------------------------------------- शुभ लाभ
३१.हरे वॄक्ष देखना ----------------------------------------------------------------- शुभ लाभ
३२.वॄक्ष पर चढना ----------------------------------------------------------------- सफलता पाना
३३.सोना पाना ---------------------------------------------------------------------- परेशानी
३४.हाथी पर सवारी ----------------------------------------------------------------- लाभ
३५.रोटी खाना ------------------------------------------------------------------- सुसमाचार
३६.फल वाले वृक्ष देखना------------------------------------------------------------ शुभ
३७.पानी में डूबना ----------------------------------------------------------------- कष्ट पाना
३८.हाथी पर सवारी --------------------------------------------------------------- लाभ होना
३९.मॄत्यु होना ------------------------------------------------------------------- दीर्घायु होना

उपरोक्त स्वप्न व उनके अशुभ फल सम्बन्धी निवारण भी हमारे पोराणिक दर्शन शास्त्रों मे उपलब्ध है ! माता-पिता,व गुरु,ब्राह्मणो का पूजन करने से अशुभ स्वप्नो का निराकरण होता है! सूर्योदय के समय गायत्री मन्त्र का जाप करने से व अपने ईष्ट का ध्यान करने से सभी अशुभ स्वप्नों के फल दूर होते हैं! फिर सबसे बडा निराकरण तो नि:स्वार्थभाव से सत्कर्म करते जाना है! सभी परेशानियां स्वयं ही दूर हो जायेंगी !

कोई टिप्पणी नहीं: